ये किसका हिन्दुतान है
ये किसका हिंदुस्तान है
मर गई हैं संवेदनाए, बिक रहा ईमान है
हिंदू हैं यहाँ, सिख हैं यहाँ, मुसलमा और इसाई भी
मिलता नहीं मगर इंसान है
ये किसका हिन्दुतान है
सत्य यहाँ पर झूठा है
एकलव्यों का कट ता यहाँ अंगूठा है
आगे बढता है वो ही जिसने अपनों को लूटा है
चिथडों में लिपटा ईमान यहाँ
नोटों की सेज पर सो रहा बेईमान है
ये किसका हिंदुस्तान है
ये किसका हिंदुस्तान है
अस्पतालों से गई धकेली
माँ बनती कमला फूटपाथ में
अजन्मी बेटियाँ भी यहाँ फेंकी जाती तालाब में
कहाँ गई मानवता जब
डाक्टर भी बना यहाँ हैवान है
ये किसका हिंदुस्तान है
ये किसका हिंदुस्तान है
गरीब हैं, जिन्दा हैं, बेबस और लाचार हैं
मर गए तो उनकी लाशों का भी व्यापार है
धर्म का लेबल लगा बेचते हैं ज़हर जो
खुली सिर्फ़ आज उनकी ही दुकान है
ये किसका हिंदुस्तान है
ये किसका हिंदुस्तान है
जिनके पसीने से खेत खलिहान लहलाते हैं
क्या कारण है की उनके ही चेहरे मुरझाते हैं
तालियाँ पीटते हैं दलाल यहाँ
छाती पीटते किसान हैं
ये किसका हिंदुस्तान है
ये किसका हिंदुस्तान है
सरहद पर मिटने वाले नहीं ये देख पाते हैं
ऐसे भी हैं यहाँ जो कफ़न तक बेच खाते हैं
कमीशन खाते नेता यहाँ
गोलियां खाते जवान हैं
ये किसका हिंदुस्तान है
ये किसका हिंदुस्तान है
अक्सर इस देश में ऐसा ही होता है
राधा का बेटा गणेश भूखा ही सोता है
आस्था के नाम पर लेकिन यहाँ
दूध से नाता भगवान् है
ये किसका हिंदुस्तान है
ये किसका हिंदुस्तान है
गाँधी की विरासत भी क्या खूब यहाँ बांटी है
छोड़ा अहिंसा का दामन, थमी सबने लाठी है
शब्द ही बन कर रह गए आदर्श
अब तो नोट ही गांधी की पहचान है
ये किसका हिंदुस्तान है
ये किसका हिंदुस्तान है
Posted by Indiantamasha
Tuesday 15 July, 2008
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